जन गण मन’ और ‘वंदे मातरम’ गवाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने युवकों की पिटाई एक युवक की मौत

पिछले साल फ़रवरी में हुए दंगों के दौरान जिन मामलों की वजह से दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सबसे ज्यादा सवाल उठे हैं उनमें यह सबसे अहम मामला है,दिल्ली पुलिस ने इस बात से इनकार नहीं किया है कि वे पुलिसकर्मी ही थे, दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा है कि उन पुलिसकर्मियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें इन युवकों को जो लोग क्रूरता से पीट रहे हैं और वे सब दिल्ली पुलिस की वर्दी में हैं उधर शिवविहार में दंगाइयों की गोली के शिकार 50 साल के वीरभान का शव भी उनके परिजनों को नहीं मिला है. वीरभान अपने बेटे के साथ जब लौट रहे थे तो उन्हें दंगाईयों ने पकड़ लिया. बेटा बच गया लेकिन वीरभान को दंगाईयों ने मार डाला. वीरभान के भतीजे अजय सिंह ने बताया कि वापस लौट रहे थे तभी दंगाईयों ने छत से गोली मारी जो उनके सिर पर लगी. बेटे को किसी तरह गली वालों ने बचाया.