
खाने-पीने की चीजों के बढ़े दाम,सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में दी गई जानकारी
नई दिल्ली: खाद्य उत्पाद महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर महीने में मामूली बढ़कर 4.91 प्रतिशत पर पहुंच गयी। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इस साल अक्टूबर में 4.48 प्रतिशत और नवंबर, 2020 में 6.93 प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, इस साल नवंबर महीने में खाद्य मुद्रास्फीति 1.87 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने में 0.85 प्रतिशत थी। भारतीय रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा तय करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर पर गौर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि महंगाई सीधे तौर पर मांग और आपूर्ति के हिसाब से बढ़ती घटती रहती है। साथ ही आज के दौर में ट्रांसपोर्टेशन भी दाम बढ़ाने में योगदान देता है। ग्रामीण इलाकों में सामान पहुंचाना, शहरी इलाकों की तुलना में ज्यादा खर्चीला हो जाता है।जरूरी और खाने पीने से जुड़ी चीजें जैसे अनाज और उससे जुड़े उत्पाद, मांस और मछली, अंडे, तेल और घी, दालें, चीनी, मसाले और कपड़े-चप्पल के दाम पिछले साल के मुकाबले काफी बढ़े हैं।
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