
भारत में अब ओमीक्रॉन के 61 मामले,
ओमीक्रॉन से दुनिया भयभीत है. भारत में भी ओमीक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं । भारत में ओमिक्रॉन के अब तक 61 केस सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में मिले हैं. यहां अब तक 28 केस सामने आ चुके हैं । इसके अलावा राजस्थान में 17, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, केरल में 1 और आंध्रप्रदेश में 1, दिल्ली में 6 और चंडीगढ़ में 1 केस सामने आया है। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। साथ ही टीकाकरण भी तेज कर दिया गया है। सरकार की तरफ से हर लोगों से अपील की जा रही है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
ओमीक्रॉन के वेरिएंट ने आम सर्दी-जुकाम के वायरस के साथ मिलकर म्यूटेशन किया है। स्टडी में मुताबिक, वेरिएंट ने ऐसे किसी दूसरे वायरस के जिनेटिक मटीरियल के साथ म्यूटेशन कर लिया है, जिसे इंसानी शरीर का इम्यून सिस्टम पहले से पहचानता है। इस रिसर्च को लीड कर रहे वेंकी सौंदर्यराजन ने बताया कि ओमीक्रोन जब मानव कोशिकाओं पर हमला करता है तो यह शक्ल-सूरत में काफी कुछ उसी के जैसा बन जाता है। इस कारण हमारा इम्यून सिस्टम इन वायरस पर अटैक नहीं कर पाता है। इस तरह यह वायरस इम्यून सिस्टम को चकमा देता है।इसका मतलब यह है कि नया वेरिएंट ज्यादा आसानी से फैल सकता है। मुमकिन है कि इसमें सिर्फ मामूली लक्षण ही दिखें। हालांकि, वैज्ञानिकों के पास कुछ सवालों के अभी ठोस जवाब नहीं है। मसलन, क्या दूसरे वेरिएंट्स के मुकाबले ओमीक्रोन ज्यादा संक्रामक है, क्या इससे गंभीर समस्या होती है या फिर क्या यह फैलने के मामले में डेल्टा को पीछे छोड़ देगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि इन सवालों के जवाब तलाशने में अभी कुछ हफ्तों का वक्त लगेगा।
ब्रिटेन के कई इलाके में ओमीक्रॉन वैरिएंट ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है,विशेषज्ञों का कहना है कि यहां कम्युनिटी स्प्रेड की शुरुआत हो गई है कई इलाकों में लोग तेजी से चपेट में आ रहे हैं।ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए ब्रिटेन में सभी वयस्कों को दिसंबर के आखिरी तक बूस्टर डोज लगाने का लक्ष्य रखा है।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें