
कांग्रेस ने अमेठी में भाजपा भगाओ, महंगाई हटाओ’’ नारे के साथ‘‘प्रतिज्ञा पदयात्रा’’ निकाली
अमेठी : आगामी विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में विपक्ष की ओर से लगातार प्रदेश में महंगाई का मुद्दा बनाया जा रहा है लिसके चलते शनिवार को राहुल-प्रियंका की जोड़ी ने अमेठी पहुंचकर प्रतिज्ञा पदयात्रा के जरिए बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोला। यह पदयात्रा अमेठी के जगदीशपुर से होकर हरीमऊ गाँव तक गयी। हरिमऊ पहुंची पदयात्रा का समापन एक विशाल जनसभा के साथ किया गया। इस जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई देश के दो बड़े सवाल हैं, इसका जवाब न पीएम मोदी देते हैं न यूपी के सीएम योगी।
राहुल गांधी ने मौके पर मौजूद लोगों से पूछा कि नोटबंदी या जीएसटी का मिला क्या. उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी और कृषि कानूनों का एक ही लक्ष्य है- ‘हम दो हमारे दो’. अमेठी को ‘अपना घर’ बताते हुए कहा कि 2004 में मैं राजनीति में आया और पहला चुनाव मैंने यहां से लड़ा था। आपने मुझे बहुत कुछ सिखाया। आपने मुझे राजनीतिक रास्ता दिखाया और मेरे साथ आप इस रास्ते पर हमेशा चले। इसलिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं। बहन प्रियंका गांधी के साथ पदयात्रा से पहले जगदीशपुर में राहुल गांधी ने यह भी बताया कि कैसे उनका अमेठी आने का प्रोग्राम बना। राहुल गांधी ने कहा, ”कुछ दिन पहले प्रियंका मेरे पास आई और उसने मुझे कहा कि लखनऊ चलो। मैंने बहन से कहा कि लखनऊ जाने से पहले मैं अपने घर जाना चाहता हूं। लखनऊ आने से पहले अपने परिवार से बात करना चाहता हूं।”
उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुत्ववादी झूठ का प्रयोग करता है, हिंदुत्ववादी अपने डर के सामने अपना सिर झुकाता है, हिंदुत्ववादी अपने डर को नफरत और हिंसा में बदलता है। हिंदुत्ववादी गंगा में अकेला स्नान करता है और हिन्दू करोड़ों लोगों के साथ गंगा में स्नान करता है। हिंदुत्ववादी गंगा में अकेला स्नान करता है और हिन्दू करोड़ों लोगों के साथ गंगा में स्नान करता है। प्रधानमंत्री ने एक साल हिन्दुस्तान के किसान के लिए झूठ बोला कि ये खालिस्तानी हैं। उत्तर प्रदेश का चुनाव है इसलिए प्रधानमंत्री ने कहा कि भाईयों-बहनों गलती हो गई माफी मांगता हूं। अमेठी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि पिछले चुनाव में यहां झूठ का एक जाल फैलाया गया, उस जाल को उन्हीं लोगों ने फैलाया जो देशभर में पिछले 7.5 सालों से झूठ का जाल फैला रहे हैं।
आपको बता दें अमेठी को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है,यहां गांधी परिवार को सिर्फ दो बार ही पराजय का सामना करना पड़ा था। पहली बार अमेठी को कर्मभूमि बनाने के लिए आए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र संजय गांधी को पहले चुनाव में सफलता नहीं मिली थी। पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी हार हाथ लगी थी । 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अपने ही गढ़ से महज 10.81 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सेंध लगाते हुए 55 हजार 120 वोटों से राहुल गांधी को शिकस्त दी थी।
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