
नियम 134A के तहत गरीब बच्चों के दाखिले नहीं हुए तो सचिवालय में टैंट लगाकर अभिभावकों के साथ बैठूंगा धरने पर – बलराज कुंडू
रोहतक, 6 जनवरी : नियम 134 ए के तहत परीक्षा पास किए हुए बच्चों का प्राइवेट स्कूलों में दाखिला नहीं होने के चलते अभिभावकों की फरियाद पर बलराज कुंडू ने आज लघु सचिवालय में उनके हकों की आवाज उठाई। कुंडू अधिकारियों के दफ्तरों पर ताला जड़ने के मकसद से सचिवालय पहुंचे थे। बातचीत में प्रसाशनिक अधिकारियों ने आश्वासन देते हुए जल्द से जल्द सभी योग्य बच्चों के दाखिले करवाने एवं अंतिम तिथि बढ़ाने की बात कही तो कुंडू ने साफ साफ चेतावनी दे डाली कि यदि दाखिले नहीं हुए तो दफ्तरों पर ताले जड़कर यहीं सचिवालय परिसर में ही अभिभावकों के साथ धरने पर बैठेंगे।
महम विधायक आज लघु सचिवालय में एकत्रित हुए सैंकड़ो अभिभावकों के बीच पहुंचे और बातचीत की। इसी बीच सम्पर्क होने पर शहरी कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा भी वहां पहुंचे और कुंडू के साथ उन्होंने भी अधिकारियों को जल्द बच्चों के एडमिशन की बात पर जोर दिया।

बलराज कुंडू ने कहा कि गरीब परिवार के ये ऐसे बच्चे ऐसे हैं जिन्होने परीक्षा पास तो कर रखी है लेकिन अब उनका दाखिला प्राइवेट स्कूलों में नहीं हो रहा जिसके लिए सरकार की दोहरी नीतियां और शिक्षा विभाग के अफसरों की कमजोरी जिम्मेदार है। जिला शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण से सैकड़ों बच्चे आज शिक्षा के अधिकार से दूर हो रहे हैं। उनका कहना है कि जब अभिभावक अधिकारियों से मिलने पहुंचते हैं तब न तो अधिकारी परिजनों से मुलाकात करते और न ही समस्या का समाधान करते। बलराज कुंडू ने कहा कि सरकार ने 134ए के तहत गरीब बच्चों को पढ़ाने की पॉलिसी बनाई जरूर है लेकिन उसका लाभ बच्चों को नहीं मिल रहा। ये पॉलिसी सिर्फ दिखावे और झूठी वाह – वाही लूटने के लिए है जबकि सरकार का मकसद गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा से दूर रख उन्हें मजदूरी करने पर मजबूर करना है। सरकार चाहती है कि गरीब का बच्चा स्कूलों में न जाकर बल्कि किसी के घर मजदूरी करे। सरकार सिर्फ गरीब को थोड़ा सा राशन देकर उनका गुजारा तो करा देती है मगर शिक्षा से दूर कर उन्हें भिखारी बनाना चाहती हैं। उन्होंने सरकार के इस नियमों पर कई सवाल खड़े किए।

बलराज कुंडू ने मौके पर पहुंचे एसडीएम व डेप्युटी डीईओ आशा दहिया को भी खूब खरी-खोटी सुनाई। कुंडू ने यह भी कहा कि जिला उपायुक्त को खुद मिलने आना चाहिए था क्योंकि यहां पर जनता के साथ उनके दो चुने हुए विधायक आये हुए हैं लेकिन वे जिम्मेदारी से छिप रहे हैं। उपायुक्त खुद मॉडल स्कूल के चेयरमैन हैं और हद की बात है कि खुद अपने मॉडल स्कूल स्कूल में भी ऐसे बच्चों का दाखिला नहीं कर रहे। अभिभावक और बच्चे धक्के खाने पर मजबूर हैं। उनके बच्चों का भविष्य बर्बाद होता हुआ नजर आ रहा है क्योंकि उनकी परीक्षाएं नजदीक आ चुकी हैं। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने विधायक को जल्द दाखिले करने का आश्वासन जरूर दिया मगर दूसरी तरफ कुंडू ने अधिकारियों को चेतावनी भी दे डाली। उन्होंने कहा कि यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अभिभावकों संग सचिवालय में टेंट लगाकर धरने पर बैठेंगे। साथ ही शिक्षा विभाग के दफ्तर पर ताले भी लगाएंगे। उन्होंने अभिभावकों को भी विश्वास दिलाया कि उनका भाई उन्हें सरकार की पॉलिसी से वंचित नहीं रहने देगा और उनकी आज को बुलंद करता रहेगा।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें