
8 दिसंबर को लापता हुई युवती का शव मिलने से मचा हड़कंप,पुलिस पर भी उठे सवाल, दो महीने तक टहलाती रही
लखनऊ : काफी समय से उन्नाव में लापता चल रही एक युवती की लाश एक आश्रम के समीप खेत के गड्ढे में गड़ी हुई मिली। युवती की पोस्टमार्टम सामने आई है, जिसमें पता चला है कि गला दबाकर उसकी हत्या की गई है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक युवती की मां को आशंका थी कि उनकी बेटी को एक आश्रम में कैद रखा गया है। लेकिन पुलिस ने इसके बावजूद पीड़िता की मां के दावों पर संज्ञान नहीं लिया।
अंत में जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो 24 जनवरी को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूदकर पीड़ित की मां ने आत्मदाह की कोशिश की थी. मामला लखनऊ पहुंचने पर उन्नाव पुलिस के हाथ पैर फूल गए. जिसके बाद उन्नाव कोतवाली पुलिस ने आनन फानन में 25 जनवरी को आरोपी राजोल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. युवती का पता नहीं चलने से बीते 4 फरवरी को पुलिस ने आरोपी राजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई.
पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पूजा की हत्या गला दबाकर की गई है। गला इतनी जोर से दबाया गया कि उसके गले की हड्डी तक टूट गई। इस मामले में एसपी ने इंस्पेक्टर कोतवाली अखिलेश पांडेय को निलंबित कर दिया है। वहीं, एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ शहर से स्पष्टीकरण मांगा है।
युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या के इस मामले में समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह के बेटे का नाम सामने आ रहा है। इस मामले में खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश यादव ने कहा है कि जिस सपा नेता के बेटे का नाम सामने आ रहा है, उस सपा नेता की मौत चार साल पहले ही हो चुकी है। जबकि फतेह बहादुर सिंह के बेटे का समाजवादी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
वहीं इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए बहुजन समाज पार्टी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे।”
उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे।
— Mayawati (@Mayawati) February 11, 2022
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश यादव को घेरा है। उन्होंने ट्वीट किया, ”अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद, जब बेटी की मां आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे, नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे, जांचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे।”
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