
दुनिया के कई मुस्लिम देशो ने भारत के सामने गेहूं सप्लाई को लेकर लगाई गुहार
कई मुस्लिम देश गंभीर गेहूं संकट से जूझ रहे है। भारत ने घरेलू मांग को देखते हुए गेहूं निर्यात पर रोक लगाने का फैसला किया है। लेकिन इसके बाद भी कई मुस्लिम देशों ने भारत से मदद की गुहार लगाई है। निर्यात पर रोक के बावजूद भारत ने मिस्र को 60,000 टन गेहूं की खेप भेजी थी। न सिर्फ तुर्की बल्कि पूरी दुनिया इस वक्त छोटे-बड़े गेहूं संकट से जूझ रही है जिसका कारण रूस यूक्रेन युद्ध है जिसने ग्लोबल सप्लाई चेन को प्रभावित किया है।दुनिया में कहीं गेहूं नहीं मिल रहा है। भारत तीसरा बड़ा गेहूं उत्पादक है। और भारत ने गेहूं के एक्सपोर्ट पर फिलहाल बैन लगाया हुआ है। ग्लोबल मार्केट में भारत की गेहूं सप्लाई रुकने से गेहूं के आयात पर निर्भर देश तड़प रहे हैं। क्योंकि उन्हें अपना पेट भरने के लिए गेहूं चाहिए। इसलिए अब वो भारत के आसरे हैं। सोचिए अगर भारत इन देशों ने नाराज हो जाए तो क्या होगा। इंडोनेशिया- भारत के कुल गेहूं निर्यात का 5.9 % इंडोनेशिया खरीदता है ।दुनिया का 23% गेहूं रूस और यूक्रेन सप्लाई करते हैं और दोनों के बीच तीन महीने से युद्ध चल रहा है। मिडिल ईस्ट सहित दुनिया के कई देश गेहूं की सप्लाई को लेकर रूस और यूक्रेन पर निर्भर हैं। इसलिए युद्ध की वजह से इन देशों पर संकट आ गया है। अब भारत की एक बड़ा सहारा है । अनाज संकट की वजह से दुनिया मुश्किल में है, लेकिन ऐसा नहीं है कि भारत ने दूसरे देशों की मदद से मुंह फेर लिया है,भारत उन देशों को अब भी गेहूं सप्लाई कर रहा है जिनके साथ उसके एक्सपोर्ट कमिटमेंट हैं।भारत जिन देशों को फूड सिक्योरिटी में मदद का भरोसा दिया है उन्हें भी गेहूं सप्लाई कर रहा है,जिन देशों ने भारत से मदद की गुहार लगाई है उनकी रिक्वेस्ट पर भी भारत गंभीरता से विचार कर रहा है
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